राजा भैया ने पाकिस्तानी हिंदू शरणार्थियों के लिए बढ़ाए मदद के हाथ,उनके इस मानवीय कदम की पूरे देश में हो रही सराहना
राजा भैया ने पाकिस्तानी हिंदू शरणार्थियों के लिए बढ़ाए मदद के हाथ,उनके इस मानवीय कदम की पूरे देश में हो रही सराहना
लोकेश कुमार मिश्र
ताज हिन्द ब्यूरो प्रतापगढ़
देश में हो या विदेश में यदि कहीं पर सनातन धर्म को मानने वालों को यदि किसी प्रकार की कोई पीड़ा या उनसे अमानवीय व्यवहार किया जाता है तो भारत का कोई राजनेता बोले या न बोले लेकिन जनसत्ता दल लोकतांत्रिक पार्टी के मुखिया राजनीति से परे जिस बेबाक़ी से अपनी बात रखते हैं वह काबिलेतारीफ रहता है। चाहे वह बांग्लादेश में अल्पसंख्यक हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार का मुद्दा रहा हो या फिर पाकिस्तान के अल्पसंख्यक हिंदुओं के साथ किये जा रहे अमानवीय व्यवहार का।
ताजा मामला उत्तर प्रदेश के सबसे चर्चित सीट के विधायक पूर्व कैबिनेट मंत्री और जनसत्ता दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष कुंवर रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया ने एक बार फिर अपनी संवेदनशीलता और मानवीयता का परिचय देते हुए जोधपुर राजस्थान में पाकिस्तानी हिंदू शरणार्थियों से मुलाकात कर उन्हें आर्थिक सहायता प्रदान की। इस दौरान उनकी बड़ी पुत्री राघवी और दोनों बेटे शिवराज व बृजराज भी उनके साथ थे जिन्होंने शरणार्थी परिवारों के साथ भावपूर्ण दीपावली का उत्सव मनाया। राजा भैया के इस सहयोग ने न केवल इन शरणार्थी परिवारों को सहायता और समर्थन दिया बल्कि उनके जीवन में नई आशा का संचार भी किया। शिविर में दीपावली मनाने के इस अनूठे आयोजन ने सभी शरणार्थियों के चेहरों पर मुस्कान बिखेरी और उनके मनोबल को बढ़ाया। मुलाकात के दौरान राजा भैया ने शरणार्थियों के अधिकारों के प्रति अपनी सहानुभूति व्यक्त करते हुए उनके समर्थन में हरसंभव कदम उठाने का भी आश्वासन दिया और अपने एक्स हैंडल पर भी पोस्ट करते हुए लिखा कि 'वर्षों से अमानवीय व अकल्पनीय यातनायें झेलते हुये भी सनातन धर्म पर अडिग रहने वाले पाकिस्तानी धर्मवीर हिन्दू शरणार्थी शिविर जोधपुर गये थे आज। नारकीय स्थिति में हैं। ना सर पे छत ना भरपेट भोजन ना वस्त्र ना शिक्षा ना चिकित्सा की कोई व्यवस्था। वहाँ के सभी हिन्दू अपने परिवार,धर्म और अस्मिता की रक्षा के लिये भारत में शरण चाहते हैं। वीज़ा मिलने की प्रतीक्षा है,भारत सरकार उन्हें वीज़ा और नागरिकता देने की प्रक्रिया को सरल और सुगम बनाये ये हर सनातनी की इच्छा है और आपसे यही आशा भी है। वहाँ अत्याचार चरम पे है, समय कम है।''
ज्ञात हो कि वर्ष 2012 से विभिन्न स्वयंसेवी संस्थाओं के सहयोग से अनवरत राजा भैया हिंदू शरणार्थियों को आर्थिक और मानवीय सहायता प्रदान कर रहे हैं। इस प्रकार के कार्यों ने राजा भैया को एक संवेदनशील और दूरदर्शी नेता के रूप में स्थापित किया है। जिनकी कार्यशैली उन्हें अन्य राजनेताओं से अलग करती है। राजा भैया के इस मानवीय कदम की पूरे देश में सराहना हो रही है। उनके समर्थक मानते हैं कि उनकी लोकप्रियता का राज उनकी संवेदनशीलता और निष्कपट समाजसेवा में निहित है। उन्हें समाज में सामाजिक एकता और सद्भावना का प्रतीक माना जा रहा है जो निस्वार्थ भाव से जरूरतमंदों की सहायता में सदैव तत्पर रहते हैं। इसीलिए तो उनके चाहने वाले हमेशा कहते हैं कि रघुराज जैसा कोई नहीं।
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