उच्च न्यायालय में दो और अधिवक्ताओं ने ली न्यायमूर्तियों पद की शपथ

उच्च न्यायालय में दो और अधिवक्ताओं ने ली न्यायमूर्तियों पद की शपथ

उच्च न्यायालय में दो और अधिवक्ताओं ने ली न्यायमूर्तियों पद की शपथ

प्रयागराज। इलाहाबाद उच्च न्यायालय में सोमवार को मुख्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति अरुण भंसाली ने अधिवक्ता अमिताभ कुमार राय और अधिवक्ता राजीव लोचन शुक्ला को न्यायमूर्ति पद की शपथ दिलाई। मुख्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति अरुण भंसाली ने अपने न्याय कक्ष में दोनों न्यायाधीशों को पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई। शपथ ग्रहण समारोह के चलते उच्च न्यायालय में न्यायिक कार्य 10.45 बजे शुरू हो सका। न्यायमूर्ति अमिताभ कुमार राय और न्यायमूर्ति राजीव लोचन शुक्ला के शपथ लेने के साथ ही उच्च न्यायालय की प्रधान पीठ में मुख्य न्यायाधीश को छोड़कर यहां न्यायाधीशों की कुल संख्या 86 हो गई है। 
वहीं उच्च न्यायालय में कुल 160 पद स्वीकृत हैं, जिसमें अभी भी 74 पद रिक्त हैं। हाल में ही सुप्रीम कोर्ट ने कुल 26 और नामों की संस्तुति इलाहाबाद उच्च न्यायालय में न्यायमूर्ति के रूप में की है। अगर भविष्य में सभी पदों पर नियुक्ति हो जाती है तो एशिया के सबसे बड़े उच्च न्यायालय इलाहाबाद में न्यायाधीशों की संख्या 112 हो जाएगी। आज शपथ लेने वाले न्यायाधीशों में न्यायमूर्ति राजीव लोचन शुक्ला के बाबा महेश नारायण शुक्ला उच्च न्यायालय में 1983 से 1985 तक मुख्य न्यायाधीश रहे हैं। न्यायमूर्ति राजीव लोचन शुक्ला वर्ष 2002 से निरंतर वकालत में हैं।न्यायमूर्ति राजीव लोचन शुक्ला की ख्याति  आपराधिक और सिविल मामलों के अच्छे अधिवक्ता के रूप में रही है। वहीं न्यायमूर्ति अमिताभ कुमार राय प्रधान पीठ की लखनउ पीठ में वकालत कर रहे थे। जहां उन्होंने न्यायमूर्ति के रूप में सोमवार को शपथ ली है। इस मौके पर वरिष्ठ न्यायमूर्ति मनोज कुमार गुप्ता, न्यायमूर्ति महेश चंद्र त्रिपाठी, न्यायमूर्ति डा गौतम चौधरी, न्यायमूर्ति डा शेखर कुमार यादव, न्यायमूर्ति कृष्ण पहल,  न्यायमूर्ति क्षितिज शैलेन्द्र समेत तमाम न्यायिक अधिकारी और अधिवक्तागण शामिल रहे।